नमस्कार दोस्तो
आप सभी का ब्लॉगप्रसारण पर स्वागत है
तुम अगर दीया तुम्हारी बाती हूँ मैं
हम अधूरे एक दूजे बिन ओ पिया
उच्छवास
प्राण क्या है ?
नैतिकता का लिटमस पेपर
चुहुल
मनु भाई मोटर चली
हाइकु [संवेदना]
अगर कवि सम्मलेन
ख्याल रखें ना कहना सीखें
धर्म और विज्ञानं की विसंगति में
जला रावण
दीजिए इज़ाज़त
.. शुभविदा ..