नमस्कार दोस्तो
आप सभी का ब्लॉगप्रसारण पर स्वागत है
तुम अगर दीया तुम्हारी बाती हूँ मैं
हम अधूरे एक दूजे बिन ओ पिया
उच्छवास
प्राण क्या है ?
नैतिकता का लिटमस पेपर
चुहुल
मनु भाई मोटर चली
हाइकु [संवेदना]
अगर कवि सम्मलेन
ख्याल रखें ना कहना सीखें
धर्म और विज्ञानं की विसंगति में
जला रावण
दीजिए इज़ाज़त
.. शुभविदा ..
बहुत खूबसूरत सूत्र उपलब्ध कराये हैं सरिता जी ! मेरे उच्छवासों का ताप आप तक पहुँचा आभारी हूँ !
ReplyDeleteमेरे दर्द को साँझा करने के लिए धन्यवाद और आभारी भी हूँ
ReplyDeleteहार्दिक शुभकामनायें
आदरणीया सरिता जी व्यस्तता के बावजूद आपने बेहद सुन्दर प्रसारण किया है हार्दिक आभार आपका
ReplyDeleteसुन्दर लिंक्स उपलब्ध कराये .. मेरी रचना को साझा करने के लिए हार्दिक आभार .. :)
ReplyDeletedhanyavaad , achchy link uplabdh karaye aapny............
ReplyDeleteसुंदर प्रसारण के लिये आभार...
ReplyDeleteसुंदर प्रसारण .
ReplyDeletebahut sundar links Sarita ji ,meri post ko shamil kaene pr apka hardik abhar
ReplyDeleteसुन्दर व पठनीय सूत्र
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