ब्लॉग प्रसारण परिवार की ओर से आप सभी को द्वितीय नवरात्रि की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं . चरित्र को शुद्ध करने वाली माता ब्रह्मचारिणी की जय जयकार करते हुए मैं, शालिनी , आपको लिए चलती हूँ कुछ चुने हुए सूत्रों के ओर....
अभिषेक कुमार झा
अभय श्रीवास्तव
कैलाश शर्मा
कुछ देश की , कुछ राजनीति की
ई. प्रदीप कुमार साहनी
धीरेन्द्र सिंह भदौरिया
यूँ ही राधा नहीं, किसी की धुन में,डूबी रहतीं थीं !
कुछ तो ख़ास बुलावा होगा,मोहन की मुस्कानों में !
कुछ तो ख़ास बुलावा होगा,मोहन की मुस्कानों में !
सतीश सक्सेना
तुषार राज
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बरसने से पहले
कितना धुंधलापन छाता है
आँखों का पानी ही है न
आंसू जो कहलाता है
खरा सा कोई रंग फिर नयनों में मुस्काता है
काश! देख पाते तुम वो धार
समझ पाते फिर तुम भावों का पारावार!
अनुपमा पाठक
इसके साथ ही मुझे आज्ञा दीजिए .. फिर मिलेंगे .. अगले रविवार ... तब तक के लिए .. शुभ - शुभ
शालिनी जी बेहद शानदार प्रसारण पठनीय सूत्र, हार्दिक आभार आपका.नवरात्रि की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं.
ReplyDeleteधन्यवाद राजेंद्र कुमार जी
Deleteसुन्दर प्रस्तुति-
ReplyDeleteआभार आदरणीया-
नवरात्रि की शुभकामनायें-
धन्यवाद आदरणीय रविकर जी
Deleteबहुत संतुलित सुंदर सूत्रों का प्रसारण !
ReplyDeleteमेरी पोस्ट शामिल करने के लिए आभार शालिनी जी ...!
नवरात्रि की बहुत बहुत शुभकामनायें-...!
बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय धीरेन्द्र सिंह भदौरिया जी
Deleteसुन्दर प्रस्तुति- आभार
ReplyDeleteनवरात्रि की शुभकामनायें-
धन्यवाद दर्शन जी
Delete. मेरे पोस्ट को शामिल करने के लिए हार्दिक धन्यवाद !!
ReplyDeleteधन्यवाद रंजना जी
Deleteजय माता दी आदरणीया शालिनी जी बहुत ही सुन्दर प्रसारण हार्दिक आभार आपका.
ReplyDeleteआभार अरुन शर्मा अनन्त जी ..
Deleteबहुत ही सुंदर लिंक्स
ReplyDeleteधन्यवाद अजय जी
Deleteबहुत सुंदर लिंक्स संयोजन .
ReplyDeleteनवरात्रि की बहुत-बहुत शुभकामनायें!!
बहुत काम के लिंक्स व सुन्दर प्रस्तुति , और समस्त देश वासियों को नवरात्रि की शुभकामनायें
ReplyDeleteबहुत सुन्दर लिंक्स... आभार
ReplyDeleteधन्यवाद कैलाश जी
Deleteबहुत सुन्दर लिंक्स... आभार
ReplyDeleteजय जय माँ अम्बे
ReplyDeleteसम्मानित ''शालिनी'' जी बहुत ही सुन्दर और उत्कृष्ट लिंक्स। आज कल इतने क़लमकारों में से ऐसे लेखों और कविताओं को चुनना बहुत मुश्किल काम है, पर आपने बख़ूबी इस कार्य को किया है। बधाई है।
इस मंच पे मेरी भी कविता सम्मलित करने हेतु
आभार
धन्यवाद अभिषेक कुमार झा अभी जी
Deleteब्लॉग प्रसारण के माध्यम से मराठी के प्रसिद्ध लेखक भीमराव वाघचौरे जी की मूल कहानी 'अण्णा, मुझे जीना है' के अनुवाद को हिंदी पाठकों तक पहुंचाने के लिए शालिनी जी आपके आभारी हैं।
ReplyDeleteविजय जी .. आपका ब्लॉग सदैव ही उच्च स्तरीय साहित्य को सबके समक्ष प्रस्तुत करता है .. जिसे पढ़ना हम सबका सौभाग्य है |
Deleteधन्यवाद Lalit Chahar जी
ReplyDeleteचुनिंदा ब्लॉग्स के संकलन हेतु चर्चाकार बधाई के पात्र हैं.
ReplyDeleteउत्तम लिनक्स
ReplyDeleteशुक्रिया शालिनी जी... मेरे ब्लॉग के लिंक को यहाँ शामिल करने के लिए... जल्द ही बाकी लिनक्स पर भी जरुर जाऊंगा...
ReplyDeleteसादर।
बड़े ही रोचक सूत्र
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