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Friday, June 7, 2013

ब्लॉग प्रसारण अंक = 19

नमस्कार मित्रों!
आज फिर मैं आपके सामने उपस्थित हूं कुछ अपनी पसंदीदा कड़ियों के साथ। आज आपके साथ साझा कर रहा हूं कुछ भूली बिसरी कड़ियां।

तो देखिए आपको इनमें से कितनी फिर पसंद आती हैं।
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कुछ मजेदार तथ्य: मजेदार गणित के सूत्र
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 मैं श्रमित जिन्दगी की जद्दोजहद से 
व्यथित चली जा रही थी 
अज्ञात गन्तव्य की ओर 
प्रेममय संवाद सुनकर रुकी 
सघन छांव ने दिया ठौर 
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 छोटा सा गोल-गप्पे वाला   
काम है देखो बड़ा निराला 
नन्हीं नन्हीं पूरी बनाकर 
कद्दू सा फिर उन्हें फुलाकर 
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 इन हथेली की लकीरों से, कहाँ तक़दीर बनती है, 
मुसाफ़िर ही सदा चलते, कभी मंज़िल न चलती है. 
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   " कवित्त " बन   -  मन   आयं     
बड़   हितुवा     हमार बन - 
मन के बखान , करे   जाय नहीं भइया .
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पैरहन हो बादशाही, चेहरा नूरानी तो क्या , 
रूह में वहशत अगर हो, ज़िस्म गर इंसानी तो क्या . 
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 नयन झुकाए मोहिनी, मंद मंद मुस्काय । 
रूप अनोखा देखके, दर्पण भी शर्माय ।। 
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सपने  अक्सर झूठे होते हैं. 
मैने झूठ बेचकर सच ख़रीदा है. 
सच अपने बूढ़े माँ बाप के लिए, 
सच अपने बीवी बच्चों के लिए, 
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 एक सुंदर भजन
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विशेष
हार्दिक शुभकामनाओं सहित

अरुण कुमार निगम (हिंदी कवितायेँ): विवाह की इकतीसवीं वर्षगाँठ 

सपना-अरुण निगम (मदिरा सवैया) 
ब्याह हुये इकतीस सुहावन साल भये नहिं भान हुआ  
नित्य निरंतर जीवन में पल का पहिया गतिमान हुआ 
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तो अब आज्ञा दीजिए................


नमस्कार!

16 comments:

  1. आदरणीय बृजेश भाई एवं समस्त मित्रों को शुभ प्रभात, आहा भाई जी आपका लिंक संयोजन का यह अनोखा अंदाज मन मोह गया, वाह क्या कहने रोचक अंदाज के साथ साथ पठनीय सूत्र. हार्दिक बधाई स्वीकारें.

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  2. वास्तव में आपने चुन-चुन कर ही सूत्र संजोए हैं।सार्थक सूत्रों की इतनी आकर्षक प्रस्तुति पढकर बड़ा अच्छा लगा।
    सादर बधाई आपको आदरणीय!

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  3. pyare links aur utna hi pyara prastut karne ka tareeka :)
    wah!!

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  4. कुछ अलग सा दिख रहा है। लेकिन बहुत बढिया लिंक्स और संयोजन
    शुभकामनाएं

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  5. सुन्दर लिनक्स का संयोजन सार्थक अभिरूचि का परिचय दे रहा है .आभार . चमन से हमारे जाने के बाद . साथ ही जानिए संपत्ति के अधिकार का इतिहास संपत्ति का अधिकार -3महिलाओं के लिए अनोखी शुरुआत आज ही जुड़ेंWOMAN ABOUT MAN

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  6. वाह ! बहुत खूबसूरत . लिंक्स भी और प्रस्तुति भी . मुझे स्थान देने के लिए बहुत आभार .

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  7. सुन्दर लिंक संयोजन !!

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  8. बहुत सुंदर लिंक्स मिले, आभार.

    रामराम.

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  9. शानदार,बहुत उम्दा लिंक्स प्रस्तुत करने के लिए बधाई, ब्रजेश सिंह जी

    RECENT POST: हमने गजल पढी, (150 वीं पोस्ट )

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  10. brijesh ji bahut badiya sutr piroye hain aapne aapka andaj khubsurat hai
    hamare pasandida bhajan ko sthan dene ke liye shukriya

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  11. सुन्दर प्रस्तुति-

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  12. आपका काम अनुकरणीय है ..
    बधाई !!

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  13. @ कुछ मजेदार तथ्य....

    शून्य आठ नौ सात छ:,तीन पाँच दो चार
    एक सूत्र में बाँधते , जय राजेंद्र कुमार ||

    देख पिरामिड की तरह,अंकों का अनुप्रास
    मजेदार हर सूत्र ने , अंतस् भरा हुलास ||

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  14. बहुत रोचक प्रसारण...

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