रविवार ,16 जून 2013
ब्लॉग प्रसारण ,अंक -28
पितृ दिवस विशेषांक
पितृ दिवस पर क्या लिखूँ,
क्या करूँ समर्पित
कैसे दूँ शब्द भावों को मन के
मात्र बचपन की कुछ यादें नहीं तुम
कैशोर्य का लड़कपन, यौवन का मार्गदर्शन हो .
हर कदम पर साथ चले जो
ऐसी घनेरी, स्नेहल छाया हो तुम
हाँ, मेरे अपने वृक्ष हो तुम
सुप्रभात दोस्तों, आज 'पितृ दिवस' के सुअवसर पर मैं,
शालिनी, आपके लिए लेकर आई हूँ कुछ सुन्दर लिंक्स , तो औरों को भी
पढ़ें और सराहें , हिंदी ब्लोगिंग को और उन्नत बनाएँ |
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झुका दूं शीश अपना ये बिना सोचे जिन
चरणों में ,
ऐसे पावन चरण मेरे पिता के कहलाते
हैं .
शालिनी कौशिक
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मुकेश कुमार सिन्हा
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भारद्वाज ग्वालियर
पित्र वर्ग के प्रथम प्रतिनिधि,परम पूज्य पिताजी हैं।
पहचान,नाम,अधिकार उन्हीसे,सुरक्षा कवच पिताजी हैं।
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सरिता भाटिया
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'गुजारिश' ब्लॉग पर
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साधना वैद
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ज्योति खरे
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नतमस्तक हूँ उस पिता को,जिसने मुझे जाने से पहले ये
शिक्षा दी कि ''विचार शुद्धि ,कर्म और अर्थ पूर्ण जीवन'' को हमेशा
महत्व देना...इसी विचारधारा और उनके द्वारा दिए गए नाम ''अनु'' और
उनकी दी गई अंतिम सीख के साथ उन्हें अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि ||
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डॉ. वीरेंद्र कुमार शर्मा द्वारा मधुमेह पर उपयोगी
जानकारी
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अंत में इस प्यारे से गीत के साथ अगले रविवार तक के
लिए आपसे विदा चाहूंगी ...
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Sunday, June 16, 2013
पितृ दिवस विशेषांक
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शुभ प्रभात
ReplyDeleteसामयिक विषय पर केन्द्रित
इन सभी लिंक्स का चयन
काफी मुश्किल का काम है
आपकी मेहनत सफल हुई
कृपया वन्दन स्वीकार करें
सादर
बहुत बहुत धन्यवाद यशोदा जी ..
Delete.उम्दा प्रस्तुति ..सार्थक व् सराहनीय लिंक्स संयोजन .मेरी पोस्ट को स्थान देने के लिए आभार . मगरमच्छ कितने पानी में ,संग सबके देखें हम भी . आप भी जानें संपत्ति का अधिकार -४.नारी ब्लोगर्स के लिए एक नयी शुरुआत आप भी जुड़ें WOMAN ABOUT MAN "झुका दूं शीश अपना"
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद शालिनी जी ..
Deleteसभी को पिता दिवस की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं, आदरणीया शालिनी जी आज का प्रस्तुतिकरण बेजोड़ है आज का ब्लॉग प्रसारण मन मोह गया. हार्दिक आभार आपका.
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद arun ji
Deleteसभी मित्रों को पितृ दिवस की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं,पितृ दिवस के अवसर पर बहुत ही सुन्दर और सार्थक प्रस्तुतिकरण,आपका आभार आदरेया।
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद राजेन्द्र जी !
Deleteसभी रचनाएँ बहुत सुन्दर है और भाव पूर्ण है बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद अशोक जी
Deleteशालिनी जी नमस्कार
ReplyDeleteआपके पिता दिवस पर लगाए गए सूत्र एवं खुद के भाव बहुत ही खुबसूरत हैं
सबके भाव पूरण लेख प्रशंसनीय हैं मेरी रचना को स्थान देने के लिए शुक्रिया
सभी को पितादिवास की हार्दिक बधाई
बहुत बहुत धन्यवाद सरिता जी !
Deleteपितृ दिवस पर बहुत सुन्दर भाव पूर्ण रचनाएँ पढ़ने का अवसर मिला बहुत बहुत आभार साथ ही मेरी अभिव्यक्ति को भी स्थान देने के लिए हार्दिक धन्यवाद !
ReplyDeleteसादर
ज्योत्स्ना शर्मा
बहुत बहुत धन्यवाद jyoti khare ji
Deleteबहुत सुंदर लिंक्स का चयन किया है शालिनी जी ! मेरी रचना को भी सम्मिलित किया आभारी हूँ ! सभी रचनाएँ संग्रहणीय हैं !
ReplyDeleteआभार साधना जी !
Deleteपितृ मय हो गया सारा ब्लॉग प्रसारण पिता का स्वार्थहीन छाता है ही ऐसा जब तक रहे छाँव दे .सुरक्षा दे .बचपन बनाए रहे पिताजी कहनेका सुख दे .शुक्रिया हमारी रचना को बिठाने का प्रसारण में .
ReplyDeleteधन्यवाद वीरेंद्र जी
Deleteपिता को समर्पित सुंदर भावुक और सार्थक रचनाओं का संग्रह
ReplyDeleteसच पिता जीवन के आधार होते हैं-----
उत्कृष्ट संयोजन के लिये साधुवाद
मुझे सम्मलित करने का आभार