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Tuesday, May 28, 2013

ब्लॉग प्रसारण अंक - 9


"जय माता दी" अरुन की ओर से आप सबको सादर प्रणाम . ब्लॉग प्रसारण में आप सभी का एक बार फिर से हार्दिक स्वागत है


सरिता भाटिया

Minakshi Pant
मन का मीत
जीवन में संगीत
यही है प्रीत
जीवन नैया
चल दूर खिवैया
ओ मेरे सैयां
सुन्दर कली
फूल बन के खिली
बिदाई भली

Rajendra Kumar



मीनाक्षी



Yashoda Agrawal



Brijesh Singh



Vandana



रश्मि शर्मा


Sunita Shanoo


इसी के साथ मुझे इजाजत दीजिये मिलते हैं अगले मंगलवार को आप सभी के चुने हुए प्यारे लिंक्स के साथ. शुभ विदा शुभ दिन.

29 comments:

  1. शुभ प्रभात
    आभार..
    अच्छे व पसंदीदा लिंक्स का प्रसारण
    साधुवाद

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  2. अच्छे लिंक्स सुन्दर प्रसारण !!

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  3. आदरेया के गीत पर....
    वाह, कान्हा की प्रीत भला किसे बावरी नहीं बना देती है.राधा सी प्रीत और मीरा की दीवानगी हर मन चाहता है. सुंदर और मधुर गीत रचा गया है.गीत को थोड़ा विस्तार और मिल जाये तो आनंद रस में अतिशय वृद्धि हो जाये.

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    1. अरुण sir शुक्रिया मार्गदर्शन के लिए

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  4. हाइकू-
    हाइकू में तुकांत इनके सौंदर्य को निखार गया है. विविध बिम्बों का कुशलता से चित्रण मन को मोह गया. बधाई

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  5. साज़िशें फिरती हैं कितने मुखौटे पहने
    उनकी चालों से सदा ख़ुद को बचाया जाए

    सामाजिक विषमताओं को शब्दों के चित्र में बखूबी उकेरा गया है. इस बेहतरीन गज़ल को साझा करने के लिए आदरणीय राजेंद्र जी, बहुत बहुत आभार....

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  6. अनुपम लिंक्‍स एवं प्रस्‍तुति ...
    आभार

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  7. बहुत बढिया लिंक्स से सजा हुआ है प्रसारण का मंच।
    बहुत सुंदर

    ( ब्लाग परिवार से मेरा परिचय कराने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया भाई अरुण )

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  8. अप्रतिम व अद्यतन लिंक्स से साक्षात्कार
    साधुवाद अरुण भाई
    आभार....

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    1. आईना वही है
      चेहरे बदल गए

      रिश्ते,व्यवहार और भावनाओ को बहुत सजीव तरीके कविता के माध्यम से उकेरने के लिए आभार.

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  9. बेहतरीन पठनीय लिंकों के साथ अपनी पोस्ट को भी देख हादिक प्रसन्नता हुई.महेंद्र श्रीवास्तव जी का परिचय दिए, जिनसे इनके बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त हुई.इनके आलेख बहुत ही उच्च कोटि के होते हैं.

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  10. नमस्कार , कल मेरी भी रचना यहाँ थि किसी कारन वश आ नहीं सकी क्षमा
    अति सुंदर लिक आज के ........बधाई .........

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  11. लाजवाब चर्चा का अंदाज़ ...
    मेरी रचना को विशेष स्थान देने का शुक्रिया ...

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    1. माँ को ध्येय में रखकर लिखी गयी आपकी रचनायें बहुत ही उत्कृष्ट कोटि की होती हैं.

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    2. बिलकुल सही कहा आपने राजेंद्र भाई वैसे तो आदरणीय सर की हर रचना सुन्दर होती है परन्तु जब कभी भी कुछ भी माँ के ऊपर लिखते है तो सीधे सीधे ह्रदय में उतर जाती हैं. बेहद सुन्दर एवं हृदयस्पर्शी रचना हेतु अनेक अनेक बधाइयाँ आदरणीय यह माँ के आशीष का ही फल है.

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  12. हमारी रचना को यहाँ सम्मान देने के लिए में आपका तहे दिल से शुक्रिया अदा करती हूँ और भी बहुत सुन्दर लिंक्स है आपकी मेहनत को सलाम |

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  13. बहुत बढ़िया links अरुण बधाई
    और सबसे बढ़िया आज का परिचय
    महेंदर sir का परिचय पाकर ख़ुशी हुई

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  14. बहुत बढिया लिंक्स से सजा हुआ है प्रसारण का मंच....मेरी रचना शामि‍ल करने के लि‍ए आभार...

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  15. आपका ब्लॉग प्रसारण प्रभावशाली लगा. लम्बे अंतराल के बाद फिर से बहुत कुछ नया जानने को मिल रहा है..मेरी रचना को यहाँ स्थान देने के लिए शुक्रिया...

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  16. सुन्दर ब्लॉग संयोजन अरुण जी .. बधाई !

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  17. जल बिन मछली: आदरणीय बृजेश भाई जी बहुत ही सुन्दर चौपाई छंद भाई जी वाकई जल के बिना कुछ भी संभव नहीं, जल के बिना धरा नहीं और जीवन भी नहीं, जल की अनमोलता कि बात बहुत ही सुन्दरता से बताई है आपने. इस सुन्दर रचना हेतु आपको हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं

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  18. यहाँ सब बिकता है : वंदना जी बहुत ही सुन्दरता से और सहजता से बहुत कुछ कह दिया आपने, खरा सत्य आज के संसार में सब कुछ बिकता है वर्तमान परिस्थिति का बहुत सुन्दर वर्णन. लाजवाब रचना हेतु हार्दिक बधाई स्वीकारें.

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  19. अमि‍कलश सा आलिंगन: आदरणीया रश्मि जी प्रेम विरह का बहुत ही सुन्दर वर्णन किया है आपने. निःस्वार्थ प्रेम भाव का अनोखा एवं ह्रदयस्पर्शी लेख. मेरी ओर से हार्दिक बधाई स्वीकारें.

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  20. मन पखेरु उड़ चला फिर काव्य-संग्रह के लोकार्पण पर एक विशेष रिपोर्ट : आदरणीया सुनीता जी आपकी यह पुस्तक शहर शहर घर घर पहुंचे लोकप्रियता का नया आयाम मिले यही समस्त ब्लॉग प्रसारण के सदस्यों की ओर से हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं.

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  21. बहुत ही सुन्दर और उपयोगी लिंक्स अरून भाई! मेरी रचना को आज के प्रसारण में स्थान देने के लिए आपका आभार!

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  22. बहुत उम्दा,लाजबाब लिक्स ,,प्रसारण कर्ता दवारा चर्चा में खुल कर भाग लेना मुझे बहुत अच्छा लगा,,,अरुन जी बधाई

    Recent post: ओ प्यारी लली,

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