सभी दोस्तों को नमस्कार
एवं
भारत के दूसरे प्रधानमंत्री
श्री लाल बहादुर शास्त्री जी के जन्मदिन पर
शत शत नमन
सीखा उंगली को पकड़ चलना जिनके साथ
वृद्धावस्था में अभी थामों उनका हाथ
|.............सरिता.............|
निगाहें चुरा लीजिए
परिचय के मोती
आज से रस्ता
बलभद्र
गजल
बा शिंदे अभिमत यही
घोड़ी माँ
क्या यह आत्मा की बीमारी है
जल संरक्षण
उड़ो तुम
रहें ना रहें हम
जब तुम अकेलापन महसूस करो
तो कभी उदास नहीं होना
अपनी आँखें बंद करना
और खुदा से कहना
तुमने मुझे इतना कीमती क्यों बनाया ?
कि कोई हासिल ही नहीं करना चाहता
दीजिए इज़ाज़त
.. शुभविदा ..