"जय माता दी" अरुन
की ओर से आप सबको सादर प्रणाम . ब्लॉग प्रसारण में आप सभी का हार्दिक
स्वागत करते हुए आइये चलते हैं चुने हुए सूत्रों के ओर. |
रश्मि प्रभा
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Virendra Kumar Sharma
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Manav Mehta 'मन'
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चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
|
सरिता भाटिया
|
Reena Maurya
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Sushil Kumar Joshi
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इसी के साथ मुझे इजाजत दीजिये मिलते हैं मंगलवार को आप सभी के चुने हुए प्यारे लिंक्स के साथ. शुभ विदा शुभ दिन, स्वस्थ रहें मस्त रहें खुशियों में व्यस्त रहें. |

Wednesday, April 9, 2025 11:36:33 PM
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Tuesday, October 1, 2013
माँ हो या अम्मा या मईया : ब्लॉग प्रसारण अंक 133
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सुन्दर सूत्र..
ReplyDeleteसुन्दर अर्थपूर्ण रचना। बढ़िया पैरहन लिए आई है।
ReplyDeleteराधे श्याम मन भाई है।
चली आना बनी राधा किसी पैगाम से पहले
सरिता भाटिया
ReplyDeleteग़ाफ़िल! मैं तो सेठानी थी
कियो भिखारिन छिन में लल्ला
क्या बात है गाफिल साहब।
सांच कहूं मैं तोसे मैया ,पाछै पडि सभि चोर सिपैया
तनिक न चारो खायो मैया।
पूछौ जाकै नंदी गैया।
लूटि लियो मेरो दिल को गल्ला
चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
ॐ शान्ति, जग है मैया।
ReplyDeleteमैं हूँ अकेला तू है खिवैया।
माँ हो या अम्मा या मईया या … जैसे चाहो पुकार लो, वह ईश्वर रचित असीम शक्ति होती है
रश्मि प्रभा
बहुत खूब!
ReplyDeleteसुंदर प्रसारण सुंदर सूत्र संकलन !
ReplyDeleteचारे ने पहुंचा दिया एक बेचारे को जेल समझ में नहीं आता है !
को स्थान देने के लिये अरुन का आभार !
बहुत सुन्दर लिंकों का संकलन आभार
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति-
ReplyDeleteआभार -
अरुण आभारी हूँ ब्लॉग प्रसारण में स्थान देने के लिए ,
ReplyDeleteवीरेंदर शर्मा जी हार्दिक धन्यवाद
सुन्दर सूत्रों से सजा ब्लॉग प्रसारण हेतु हार्दिक आभार
ReplyDeleteमाँ हो या अम्मा या मईया या … जैसे चाहो पुकार लो, वह ईश्वर रचित असीम शक्ति होती है!
ReplyDeleteसभी लिनक्स सुन्दर सुन्दर हैं पर माँ लिखी कोई भी रचना स्वत: अपनी तरफ खिंच लेती है !!
बधाई सभी को ...
सीमित सूत्रों का सुंदर प्रसारण !
ReplyDeleteRECENT POST : मर्ज जो अच्छा नहीं होता.
खुबसूरत links
ReplyDeleteसुन्दर लिंक्स
ReplyDeleteधन्यवाद अरुन जी...
बहुत ख़ूबसूरत लिंक्स...रोचक चर्चा...आभार
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति-
ReplyDeleteसुंदर लिंकों के साथ सुंदर प्रसारण।
ReplyDeleteसुंदर लिंक्स से सजा आज का प्रसारण .
ReplyDeleteनई पोस्ट : भारतीय संस्कृति और कमल
नई पोस्ट : पुरानी डायरी के फटे पन्ने