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मित्र - मंडली

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Saturday, September 21, 2013

ब्लौग प्रसारण अंक 123

****नमस्कार मित्रों****
****आज मैं फिर हाजिर हूं*** ब्लौग प्रसारण के एक और  अंक के साथ***
आप सबका  स्नेह मिलता रहे इस उमीद के साथ प्रारंभ करता हूं आज का प्रसारण इन प्यारे लिंकों के साथ


***ram ram bhai***
 माया और योगमाया
परमात्मा का दिव्य लोक रहवास योगमाया की ही सृष्टि है। इसी के माध्यम से वह अवतार रूप में इस संसार में आता है। कृष्ण का विलास है मनबहलाव है यही योगमाया। इसी
योगमाया से वह हमारे हृदय में वास करता है हमारे तमाम कर्मों को देखता है। स्वयं  अगोचर बना रहता है।


***साझा आसमान***
हंगामे आरज़ू
अब  उसके  बाद  पूछ  न  क्या  माजरा  हुआ
अपनी  ख़ता  पे  सर  था  किसी  का  झुका  हुआ


***कलम से***
 संविधान में देश अपना आजाद है
" लिखा है संविधान में देश अपना आजाद है ,
खा रहे है रक्षक इसे किया मिलकर बर्बाद है


***दास्ताँने - दिल (ये दुनिया है दिलवालों की)
 माँ की आँचल के तले, बच्चों का संसार
शिशु बैठा है गोद में, मूंदे दोनों नैन
 । मात लुटाती प्रेम ज्यों, बरसे सावन रैन


***गुज़ारिश***
  कुण्डलिया [प्यार]
धन दौलत सब छोड़ ,जीवन में प्यार भर लो  
रहे कोई न गैर ,सब से दोस्ती कर लो //

***मेरी धरोहर
 वहीं चंद मोती भी बिखरे मिलेंगे.............अस्तित्व "अंकुर"
मेरी शायरी और तेरे जख्म “अंकुर”,
ग़ज़ल बन के सारे जहां से मिलेंगे


***अपनों का साथ***
 राष्ट्रीय साहित्य,कला और संस्कृति का सम्मान समारोह
इस सफर में कुछ भी सोच कर नहीं चली  थी ...बस एक सम्मान लेने की बात थी जो कि मुझे मिलना था


***अक्षत***
 तुम तूफान समझ पाओगे
ै अज्ञात दिशा को ! हटो विहंगम, उड़ जाओगे !
तुम तूफान समझ पाओगे ?

***शंखनाद***
तुच्छ राजनितिक स्वार्थों के लिए संप्रदायों के दिलों में जहर तो मत घोलो 
मीडिया के इसी रवैये और लेटलतीफी के कारण ही उतरप्रदेश में एक के बाद एक दंगे होते रहे और मीडिया चैन की बंसी बजाता रहा और अब इतने बड़े नरसंहार के बाद थोड़ी
बहुत नींद उडी है जिसे अभी भी पूरा जागना नहीं कहा जा सकता



***कविता मंच***
वो इक भोली-सी लड़की जो मेरे सपनों में आती है
यही डर है कहीं सपना ये उसका टूट न जाये।
उसे जालिम जमाने का लुटेरा लूट न जाये।

***ultapulta***
अपने ब्लॉगर हैडर टेक्स्ट या लोगो पर CSS Hover Effect दिखाएँ 
पहले आप इसका लाइव डेमों देख लें। एंव पसंद
    आने पर इसे अपने ब्लॉग पर लगाएं।


***उच्चारण***
 पर्वत की महिलाएँ
देती हैं सन्देश जगत को,
जीवन श्रम के लिए बना है।
       


***अजेय-असीम {Unlimited Potential}***
 अपना जीवन साथी कैसे चुने?
हमे एक विशिष्ट व्यक्तित्व की आकांक्षा होती हैं ,जिससे हम प्यार करें और अपना परिवार बढ़ाएं


***AAWAZ***
 हिन्‍दू मंदिरों की लूट ओर काँग्रेस : पर्दाफाश किया विदेशी लेखक ने
* 2 लाख मंदिरो मे से 79 करोड़ रुपया सरकार ने लूटा ओर हज पर सबसिडी के रूप मे 59 करोड़ रुपये खर्च किए


आज बस इतना ही...
धन्यवाद