ख्यालों में आकर होंठों पे मुस्कान दे गया
वो लम्हा जब हम तुम मिले थे ख्वाबों में
..............सरिता................
सरिता भाटिया
का
सभी दोस्तों को
प्यार भरा नमस्कार
हाजिर हूँ
आपके चुनिंदा लिंक्स के साथ
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रूबी की डायरी
आँखों ने आँखों से बातें करली
मुझे मेरी पहचान चाहिए
सुकून की नींद तारी थी
फिर मिलेंगे अगर खुदा लाया
यह कविता नहीं है
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आओ पूर्व मानसून का मजा लें
कल शाम कुछ सकूं दे गई
मानसून की खबर जो लाई है!
पहुँच गई है गुजरात तक,
अब दिल्ली की बारी आई है!
|......सरिता......|
घट छलका
पहली बारिश मानसून की
दीजिए इजाज़त
शुभविदा
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